चाहेंगे तुम को मगर रुसवा ना करेंगे.
साये से भी तेरा कभी शिकवा न करेंगे,
पूछेंगे हवाहो से घटाहो से तेरा हाल.
मिलने के वास्ते कभी आया न करेंगे,
तू मिल भी गयी भूल से रास्ते में अगर जो.
मिलने का दुबारा वादा न करेंगे,
जिस नाम को याद किया करते थे पहले.
उस नाम को कभी लिखा न करेंगे,
दिल तो टुटा है मगर ये यार
टूटे दिल का कभी शिकवा न करेंगे, ....बहुत याद आहोंगे,