Ek Dairy
Ek Dost Kacha Pakka Sa
Thursday, February 21, 2013
जिंदगी की राहों में हम कितने मजबूर हो गये.
जिन्हें चाहा उम्र भर उनसे ही उतने दूर हो गये.
पास होकर भी हम क्यु इतने मजबूर हो गये.
क्यु हमें ये जिंदगी के फेसले मंजूर हो गये............!!!!
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