ना खुदा नसीब लिखता है ना तो वो तक़दीर बताता है
ना अमीर बनता है ना लकीर का फ़क़ीर बनाता है
ये तेरे फैसले है तेरी सोच है जो तेरी इस जहाँ कि तस्वीर बनाते हैं..!!!
ना अमीर बनता है ना लकीर का फ़क़ीर बनाता है
ये तेरे फैसले है तेरी सोच है जो तेरी इस जहाँ कि तस्वीर बनाते हैं..!!!
No comments:
Post a Comment